संघ लोक सेवा आयोग के द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा एवं राज्य लोक सेवा आयोगों के द्वारा आयोजित राज्य सेवा परीक्षाओं हेतु जिन नौकरीपूरक परीक्षाओं का आयोजन किया जाता है उनमें एनसीईआरटी ( NCERT ) की कक्षा 6-12 तक के विज्ञान के पुस्तकों की महती भूमिका होती है, क्योंकि ये पुस्तकें सामान्य अध्ययन हेतु एक सटीक मापांक के रूप में क्रियाशील रहती हैं । याद रहे कि ये पुस्तकें प्रत्येक अभ्यर्थी को पढ़ने के लिए मजबूर कर देती हैं, क्योंकि इनकी लेखन शैली स्पष्ट एवं भाषा बोधगम्य होती है तथा जिनमें निहित विचार अवधारणात्मक, विवेचनात्मक, विविध तथ्यों से ओतप्रोत, नवीन सोंच के साथ एवं प्रत्येक अभ्यर्थियों के लिए सामान्य समझ से पड़े होते हैं।यहीं कारण है कि किसी भी अभ्यर्थी के लिए सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के पूर्व इन पुस्तकों का अध्ययन अत्यन्त आवश्यक हो जाता है। साथ ही साथ इस पुस्तक में विज्ञान के इन गूढ़तम तथ्यों के अतिरिक्त प्रौद्योगिकी के प्राचीन एवं नवीन तथ्यों की झलक भी देखने को मिलती है, जो इस पुस्तक के नाम को चरितार्थ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसमें महत्वपूर्ण तथ्यों का संकलन करते समय प्रत्येक शीर्षक में उप शीर्षकों को समाहित करते हुए उसके अंतर्गत आवश्यक चित्रों, सारणियों/तालिकाओं एवं तथ्यों को अद्यतन बनाते हुए उसे वन लाइनर के रूप व्यवस्थित करने का प्रयास किया गया है, जो अभ्यर्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित हो रही है।प्रमुख आकर्षण1. पुस्तक के प्रस्तुतीकरण में संघ लोक सेवा आयोग के द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा एवं राज्य लोक सेवा आयोगों के द्वारा आयोजित राज्य सेवा परीक्षाओं की प्रारंभिक परीक्षा के सिलेबस पर पूरा ध्यान2. प्रस्तुत पुस्तक में एनसीईआरटी (NCERT) की पुस्तकों के महत्वपूर्ण तथ्यों को एक पुस्तक में समायोजित करने का प्रयास3. एक अनूठी मार्गदर्शिका, जो अभ्यर्थियों के विश्वास को कायम रखने में सदैव रहे सहायक 4. पुस्तक को वन लाइनर पद्धति में प्रस्तुत किया गया है जिसमें आवश्यकता के अनुसार जगह -जगह पर डायग्राम/चित्रों तथा सारणियों/तालिकाओं का स्पष्ट रूप से प्रयोग 5. प्रस्तुत पुस्तक में अध्यायवार एवं विषयगत अभ्यास प्रश्न शामिल किये गए हैं, जो अभ्यर्थियों को उस विषय से संबंधित सामान्य ज्ञान के स्वमूल्यांकन की परख रखने में मददगार साबित हो सकते हैं 6. पुस्तक में निहित आंकड़ों एवं तथ्यों को प्रस्तुत करते समय दैनिक समाचार पत्रों, पत्रिकाओं, सरकारी गजट/रिपोर्टों एवं अंतर्राष्ट्रीय रिपोर्टों का विशेष रूप से सहयोग7. पुस्तक को प्रस्तुत करते समय इसमें निहित तथ्यों की भाषा शैली को सहज, सरल, स्पष्ट , रुचिकर एवं बोधगम्य बनाने का प्रयास|